धन्य हो तुम...!!!
सुरक्षा करते हैं जो देश की, लगाते हैं बाजी अपनी जान की। भूल जाते हैं बाकी सब कुछ, याद रखते हैं बस अपने वतन की । परिवार को अपने भूलकर, सारे देश को ही अपना मान लेते हैं । उसकी सुरक्षा की खातिर, जी जान लगा देते हैं । सिर्फ सैनिक नहीं है वो, वो तो हमारी शान है । जिनकी वजह से हम चैन से जी रहे हैं, हमारा वह सम्मान है । दिन-रात लड़ते हैं जो, हर कमी को सहते हैं वो । आंधी हो या तूफान, करते हैं वो सब का सामना । जब तक दुश्मन से लड़ न लें, चैन से नहीं है उन्हें बैठना । मेरे देश के वीर सैनिकों, देश की जान हो तुम । नतमस्तक होकर वंदन करती हूं तुम्हें , धन्य हो तुम ,धन्य हो तुम....!!!