''राजशार''
ख्वाबों के गहरे समंदर की,
बूँद सा एक अरमान तुम ,
खूबसूरती के आईने की
मीठी मंद मुस्कान तुम !
खुशियों की सौगात वाली परी
ऊर्जा और आत्मविश्वास से भरी
लगन और एकनिष्ठा की
अपनी ही अलग पहचान हो तुम !
परिश्रम ही तुम्हारी पहचान
चारों और से मिले तुम्हें सन्मान !
चाहे जहाँ भी रहो ,आबाद रहो
'बीना' के ख्वाबों की राजशार तुम !!
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