दिलने मान लिया है या तो सबने मुझसे ये मनवा लिया है कि तुम हो ! यहीं कहीं-----! इसीलिए तो ये दीवाना दिल तुम्हे कोई  आशिक़ के रूप में ढूँढ  रहा है कि  कभी तो धीरे धीरे से तुम मेरी ज़िन्दगीमें आओगे ,दिल को चुराकर मनमें समाओगे !तब बहारों से मै  कहूँगी कि  बहारों फूल बरसाओ,मेरा महबूब आया है।  जब तुम मुझे पहलीबार मिलोगे  तो मै  यही  गाऊँगी  कि कौन हो तुम जो दिल में समाए  जाते हो ,अभी से  तो ये धड़कन मेरे दिलकी तुमसे ये कहती है ---!कि  तुम क्या मिले जानेजाँ , प्यार ज़िन्दगी से हो गया !          फिलहाल तो लाखो है निगाहोंमें ,ज़िन्दगी की राहोंमें -----पर फिर भी किसी हसींन यार की तलाश है।  क्या तुम ये नहीं मानते हो ?'सांसो की जरुरत है जैसे  जिंदगी के लिए ! सागर किनारे मेरा दिल यही गा  रहा है कि ''तू जो नहीं तो मेरा कोई नहीं है  !''          ओ मेरे सपनों के सौदागर दिल तो  तुम्हे देखने के पहले ही दे चुकी हूँ अब अगर जान भी माँगोगे  तो दे दूँगी...
 
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