'चेहरा'
एक चहेरा ,
मुस्कुराता हुआ !
जो रहता है हमेशा अपनेआपमेँ खोया !
ये डर से कि शायद
कहीं कोई उसकी नजरें चुरा ना ले !
हमेशा अपने ही ख़यालात में खोया रहता है वो ,
शायद फिर इस उल्ज़न में डूबा है
कि कहीं कोई उसका ख्याल उससे छीन न ले !
सबसे हमेशा भागाभागासा रहेता है
क्योंकि शायद वो नहीं चाहता
कि कोई उसे अपना मानकर उसके करीब आ जाये !
मगर फिर भी ,
एक और चहेरा है
जिसे यह चहेरा बेहद पसंद है !!!
Comments