शांतिपूर्ण मनोदशा

इस संसार में हर कोई समस्या से पीड़ित है, तनाव में है, पर इसका मतलब यह तो नहीं कि हम अशांत हो जाए,क्रोधित हो जाए और अपना आपा खो दें ।यह दुनिया परिवर्तनशील है और इसीलिए हमारे नियंत्रण में जो स्थिति नहीं है उसके लिए गुस्सा या अफसोस क्यों करना? या किसी को दोष क्यों देना? हम सिर्फ इस रंगमंच के किरदार है । हमें सिर्फ अपना कार्य करते रहना है। ना की किसी चीज को बदलनी है, वह अधिकार हमें नहीं है। जब हम हर परिस्थिति के बदलाव को सहजता से अपनाने की काबिलियत रखेंगे, तभी हमारा दिमाग शांत रह पाएगा और हम आत्मा की उच्चतम मनोदशा में पहुॅंच पाऍंगें, जहाॅं विचारों में ठहराव आएगा। कोई भी व्यक्ति या परिस्थिति के कारण हम विचलित नहीं होंगे, बल्कि धैर्य से उसका सामना कर पाएंगे ।नामुमकिन समस्या को भी चुटकियों में सुलझा पाएंगे। शांत दिमाग से हम जो भी फैसले लेते हैं उससे हमारा तो फायदा होता ही है बल्कि हमसे जुड़े हर इंसान के जीवन में सुख और शांति आती है।

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