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Showing posts from January, 2022

महात्मा

आसान होता है दुनिया से लड़ना, मुश्किल होता है खुद से लड़ना। इसीलिए जो खुद को जीत लेता है, वो महावीर कहलाता है। काम क्रोध मोह माया, आसान नहीं इनसे बच पाना। भौतिक सुखों से परे होकर, भीतर की और जो झाॅंकता है। सच्चे सुख की प्राप्ति के लिए, नश्वर सुखों को जो त्यागता है, वो होता है सच्चा महात्मा...! इसीलिए कहा जाता है कि, जिसने मन को साध लिया, उसने सब कुछ जीत लिया।

मन

मन है चंचल, भटकता पल पल। फिरता यहाॅं वहाॅं, मिले बसेरा जहाॅं । लक्ष्य से भटकाता कभी, काॅंटा बनकर सताता कभी। अपनों से दूर ले जाता कभी, उलझने पैदा करता ये कभी। ख्वाहिशों का है ये स्थान, जो करवाता कभी अपमान। जिसने मन को साधा, उसने पाया सम्मान। इच्छाओं पर काबू पाकर, दर्द से मुक्ति पाई उसने। अपने मन को साधकर, परम शांति पाई उसने।

LOVE IS SPECIAL

Love is special because  it is the hope of the heart Which becomes the rope  for a fresh start One has a dream,  without which life is incomplete And love supports us  to accomplish that. Love is special because  it teaches dedication Which removes our frustration. Love is special because  it makes us perfect partners With which  our bond becomes stronger We ignore vulnerabilities  And focus more on strength It brings us closer Which is our most important asset.

स्कूल जाने वाले बच्चों पर सामाजिक माध्यम का प्रभाव

स्कूल जाने वाले बच्चे सामाजिक माध्यम के  दिन ब दिन बढ़ते उपयोग के कारण आधुनिकता की दौड़ में लगे हुए हैं ।अपने संस्कार, काबिलियत, कर्तव्य इन सब को भुलाकर बस भौतिक सुख सामग्री के पीछे आकर्षित हो रहे हैं । पढ़ाई की उम्र में घूमना, खरीदारी करना, पिक्चर देखना, पार्लर जाना ये सब शौख पाल रहे हैं । उन्हें अपने भविष्य की कोई चिंता नहीं। अपने माॅं-बाप के प्रति कोई जिम्मेदारी नहीं, बस उन्हें अपने वर्तमान के आनंद की पड़ी होती है। यह सब कुछ सिर्फ और सिर्फ सामाजिक माध्यम के बढ़ते उपयोग के कारण हो रहा है और ऊपर से ऑनलाइन क्लासेस ने उनको और खुला मैदान दे दिया। आज की युवा पीढ़ी आधुनिकता की दौड़ में ऐसी फॅंसी है कि अब तो कोई चमत्कार ही उनको बचा सकता है।

सर्दियों के मौसम की यादें

हर साल सर्दियों में हम घूमने का आयोजन करते हैं वैसे ही २०१७ में हम शिमला, कुलू, मनाली गए थे। हमारे जीवन की  वो सबसे यादगार और बेहतरीन यात्रा थी।  वहाॅं चारों और छाई प्रकृति की सुंदरता, हरियाली, ऊॅंचे ऊॅंचे पेड़, शांति और मनमोहक वातावरण ने  हमारा दिल जीत लिया था।  सर्दियों में घूमने का मजा ही कुछ और होता है । हम बहुत घूमे पर फिर भी हमें थकान नहीं लग रही थी और हमारा मन भी नहीं भर रहा था। इस सफर से मुझे बहुत कुछ सीखने मिला ।जिस शांति को हम चीजों में तराशते हैं, वो हमारे सामने है, प्रकृति के रूप में...! बस उसके साथ कुछ पल गुजारेंगे तो हमें जो असीम आनंद मिलेगा, उसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते...!

हवा

शीतल हवा का झोंका सभी को पसंद होता है, क्योंकि वह सुकून देता है। हमारे मूड को तरोताजा करता है। इस हवा के झोंके जैसे कुछ इंसान होते हैं, जिनके आने से हमारे जीवन में खुशियों की लहर छा जाती है। ऐसे इंसान गम की गर्मी को भगाकर शीतलता की छाॅंव ले आते हैं। पर गर्म और खुश्क हवा जैसे कुछ इंसान अपने साथ साथ हमारे जीवन में भी परेशानी ले आते हैं । हमें हमेशा ये याद रखना है कि शीतल हवा का झोंका ही सबको पसंद आता है, और इसीलिए हमें खुद को हमेशा शांत, प्रसन्नता फैलाने वाला इंसान बनाना है, ना कि गर्म  मिजाज और कठोर स्वभाव वाला इंसान...! हमें हमेशा एक ही चीज याद रखनी है, जो हमें पसंद है, वही हमें बनना है। Beena Shah Instagram I'd beena_shah74 @⁨Archisman Satpaty⁩ @⁨✨ Author Naaz Nayim ✨⁩ @⁨Riya Gupta⁩

હું કેમ લખું છું ...???

મારે લેખક બનવું છે એટલા માટે કે મને લખવું ગમે છે. મારા મનની વાતો હું આ માધ્યમ દ્વારા બધા સુધી પહોંચાડી શકું છું. બોલતી વખતે હું ભાવનાશીલ થઈ જાઉં છું, પણ લખતી વખતે મારી સાથે એવું નથી થતું...! હું લખવા માટે પેન હાથમાં લઉં એટલે સતત મને ઘણા બધા વિચારો ઘેરી વળે છે... શું લખવું અને શું ન લખવું એની દ્વિધામાં અટવાયેલી રહું છું. મને ઘણું બધું બોલવું છે, સાંભળવું છે, લખવું છે...! નાનપણથી મને લખવા વાંચવા નો શોખ છે, આ મારું ગમતું કામ છે. હું લખવા માટે પેન હાથમાં લઉં, ત્યારે ઘણા બધા વિચારો મને ઘેરી વળે છે... એમ થાય છે કે હું સતત લખતી જ રહું... લખતા લખતા હું મારા મનના ઉંડાણમાં ડૂબી જાઉં છું. દરેક વિષય પર ઘણું બધું લખી શકું છું. મારા વિચારો પ્રગટ કરવા માંગુ છું, આખા સમાજ સામે હું મારા વિચારો લાવવા માંગું છું... લેખન એક એવું કાર્ય છે જે દ્વારા પોતાના મનની વાતો વાંચી સાંભળી ને ઘણા લોકોને અનુભવ મળે, માર્ગદર્શન મળે, પ્રેરણા મળે, કોઈકને જીવવા માટેનું બળ મળે... મને આ લેખન દ્વારા પોતાના જ મનના ઊંડાણમાં ખોવાઈ જવું છે, પોતાની જાતને શોધવી છે અને પોતાનું એક સ્વતંત્ર વ્યક્તિત્વ ઉભું કરવું છે...

होली

रंग बरस रहे हैं तरह-तरह के, होली खेलने जन मन तरसे । दिलों को करीब  लाने वाला, पावन यह त्यौहार जो है...! लाल रंग लाता खुशियों को, बढ़ाता प्रेम और समृद्धि को । पीला रंग ज्ञान का है सूचक, अंतर्मन की बढ़ाता चमक । हरा रंग ऑंखों को भाता, गर्मी में शीतलता लाता । गुलाबी रंग से खुशियाॅं छाती, तन मन में प्रसन्नता छाती । नीला हो या केसरी, काला हो या बैंगनी । चाहे हो कोई और रंग, बढ़ाते सब के दिलों में एक नई उमंग...!!!