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Showing posts from December, 2021

धन्य हो तुम...!!!

सुरक्षा करते हैं जो देश की, लगाते हैं बाजी अपनी जान की। भूल जाते हैं बाकी सब कुछ, याद रखते हैं बस अपने वतन की । परिवार को अपने भूलकर, सारे देश को ही अपना मान लेते हैं । उसकी सुरक्षा की खातिर, जी जान लगा देते हैं । सिर्फ सैनिक नहीं है वो, वो तो हमारी शान है । जिनकी वजह से हम चैन से जी रहे हैं, हमारा वह सम्मान है । दिन-रात लड़ते हैं जो, हर कमी को सहते हैं वो । आंधी हो या तूफान, करते हैं वो सब का सामना । जब तक दुश्मन से लड़ न लें, चैन से नहीं है उन्हें बैठना । मेरे देश के वीर सैनिकों, देश की जान हो तुम । नतमस्तक होकर वंदन करती हूं तुम्हें , धन्य हो तुम ,धन्य हो तुम....!!!

why ???

We measure people not by their thoughts and qualities, but by their appearance, outward personality and intelligence.  In doing so we do not think about the spirit of it.  Like a thing we understand its value, but we forget that it is also a human being like us.  They also have feelings of joy, sorrow, anticipation and appreciation.  Why don't we accept them?  Why don't we try to see the qualities in every person ???

पाॅंच बेहतरीन भेंट अपने पोते पोतीयो के लिए

हर दादा दादी अपने पोते पोतियो को दिलों जान से चाहते हैं और उन्हें वह देना चाहते हैं, जो उन को सबसे ज्यादा काम आए । आइए जानते हैं ऐसे पाॅंच यादगार तोहफे जो आप अपने पोते पोतियो को दे सकते हैं...! (१) अपने परिवार के पिछली पीढ़ी की कहानियों को और किस्सों को अपनी आवाज में रिकॉर्ड करके उन्हें सुनाइए ताकि वह भी जाने उनके पुरखे कौन थे, कैसे थे और क्या करते थे साथ ही में उनको अपने कुटुंब के लिए किए हुए त्याग के बारे में भी बताइए जिससे उनके छोटे से दिमाग में अच्छे विचार के बीच अपना बसेरा कर लेंगे । (२) अपनी पुश्तैनी हवेली या घर दिखाने उन्हें गाॅंव ले जाइए । इससे उन्हें गाॅंव के जीवन का भी अंदाजा होगा और जिंदगी की सच्चाई को वह करीब से देखना सीखेंगे और परिश्रम करके आगे बढ़ना सीखेंगे । (३) आप जिस भगवान को मानते हैं उनके मंदिर की यात्रा पर उन्हें साथ ले जाइए इससे उनमें भी भक्ति भाव बढ़ेगा। (४) उन्हें परिवार के सभी सदस्यों की तस्वीर, नाम ,जन्म तारीख वगैरह की सूचना से भरा एक कैलेंडर भेट में दीजिए। (५) नए साल की शुरुआत मुस्कान बाॅंटकर करना सिखाइए, मतलब उन्हें अनाथ आश्रम ले जाइए वहाॅं उनके हाथों से बच्च

नए साल की शाम हमें क्या खाना चाहिए...???

नए साल की शाम के लिए सभी उत्साहित होते हैं, और देर रात तक जागकर नए साल का स्वागत करना चाहते हैं, ऐसे में कौन सा खाना हमारे लिए अच्छा होता है, आइए जानते हैं... (१) हमें ऐसा खाना खाना है जो सुपाच्य हो, जिसमें कम कैलरी हो और हमें बहुत भारीपन भी ना लगे क्योंकि इससे हमारी सेहत बिगड़ सकती है । नए साल की शुरुआत हमें तरोताजा होकर करनी है, ना कि बीमार चेहरा लेकर पूरा दिन लेटे रहना है । (२) अगर हम सुप  और सेलड़ ज्यादा लेंगे तो हमारा वजन भी नियंत्रित रहेगा। हम जितना चाहे उतना खा सकते हैं, कोई दिक्कत भी नहीं होगी और हम हल्का महसूस करेंगे । (३)घर के बने खाने से बेहतर और कुछ हो ही नहीं सकता। रोटी, सब्जी, दाल ,चावल इसमें हमें पूर्ण पोषण मिलता है और संतुष्टि भी मिलती है।  हमें सिर्फ यह याद रखना है कि हम पोषण के लिए खाना खा रहे हैं ना कि स्वाद के लिए ... और हमारी सेहत हमारे लिए सबसे ज्यादा जरूरी है ।

शाम

ऐ शाम धीरे-धीरे गुजर, थोड़ा ठहरने दे मुझे इन पलों में । भूल जाने दे मुझे मेरे सारे काम, आज का यह वक्त करूॅंगी मै बस तुम्हारे ही नाम । तुम्हारी सुंदरता लुभाती है मुझे, हर पल सब कुछ भुलाती है मुझे।  क्यों खींचती हो मुझे तुम्हारी ओर, कि सुनाई ही नहीं देता मुझे किसी का शोर..?  डूबना चाहती हुॅं मैं तुम्हारी निगाहों में, कभी तो भर लो मुझे अपनी बाहों में । यह जीवन का कोई भरोसा भी तो नहीं, कब बुलावा आ जाए मौत का पता ही नहीं । इसीलिए कहती हूं...   ऐ शाम धीरे-धीरे गुजर, जी लेने दे मुझे यह पल ।

चार बेहतरीन क्रिसमस भेंट जो आप खुद को दे सकते हैं

हम अक्सर दूसरों को भेंट देने के बारे में सोचते हैं पर कभी हमने खुद के बारे में सोचा है ? आइए आज सोचते हैं क्रिसमस छुट्टियों में हम अपने आपको क्या भेंट दे सकते हैं...? (१) हमें अपना सारा समय सिर्फ खुद के लिए देना है, अपने अंदर झाॅंकना है कि हमें क्या चाहिए, हमारे सपने क्या है...! क्या हम हमारी जिंदगी से खुश हैं ? हमारी क्या कमजोरियां हैं जिसे हम सुधारना चाहते हैं । छोटे-मोटे लक्ष्य तै करने है। (२) जो जगह हमें पसंद है वहाॅं जाना है। हमें जो अच्छा लगे वह करना है, फिर चाहे वह समुंदर किनारे बैठना हो ,किताब पढ़ना हो ,गाना गाना हो या खरीदारी करनी हो । (३) सकारात्मक विचारों वाले लोगों से मिलना है, हमारी सकारात्मकता बढ़ाए ऐसी किताबें पढ़नी है । नए नए दोस्त बनाने हैं जो हमें अपने नए रूप से मिलवाए । (४) अपने मन की सारी बातें एक डायरी में नोट करनी है और उन यादों को लिखना है जो हमें खुशियाॅं देती है। बार बार उन पलों को याद करना है जो हमारे चेहरे पर मुस्कान ले आते हैं । यकीन मानिए इससे बेहतर क्रिसमस भेंट आपके लिए हो ही नहीं सकती...!!!

अदृश्य प्रेम पत्र

कभी पढ़ लेते मेरी ऑंख, तो पढ़ पाते मेरा वो अदृश्य प्रेम पत्र... जो तुम्हारे लिए मेरी ऑंखों से लिखा गया था । कभी समझ पाते मेरे दिल के एहसास, तो ले पाते महेक मेरे अदृश्य प्रेम पत्र के जज्बातों की... जो दिल के उद्यान में सिर्फ तुम्हारे लिए खिलते थे । कभी देखते मेरी और प्यार से, तो समझ पाते मेरा वह अदृश्य प्रेम पत्र का प्यार... जो सिर्फ तुम्हारे लिए था । कभी मेरे बारे में दिन रात सोचते, तो समझ पाते कि... यह अदृश्य प्रेम पत्र का जिक्र, सिर्फ तुम्हारे लिए था, है और रहेगा...!!!

प्रकृति माॅं

सुबह का सूरज हो या संध्या की लाली, प्रकृति माॅं की सुंदरता की बात ही है निराली । पक्षियों का गीत हो या झरनों का संगीत, मन को प्रसन्नता बाॅंटती प्रकृति माॅं की हर रीत । चॅंचल बहती नदी हो या समुंदर तूफानी, अशांति से शांति की तरफ बढ़ती हमारी जिंदगानी । पेड़ पौधे हो या फूल, पर्वत हो या बादल, बढ़ाते रहते  हैं  जीवन में सदैव आनंद मंगल । खुला आसमान हो और चाॅंद सितारों का साथ हो, चाॅंदनी रात के उन सपनों सी कोई न दूजी सौगात हो ...!

सर्दियों में खुद को व्यस्त रखने के १० तरीके

सर्दियों का मौसम सबको प्यारा होता है। सर्दियों में हमें ऐसा कुछ करना है जो पूरे साल हमें उर्जित भी रखे और स्वस्थ भी। आइए जानते हैं वह आसान अलग अलग तरीके जिनके जरिए हम सर्दियों के दिनों का भरपूर फायदा उठा सकते हैं । (१) सुबह की सैर हमें जरूर करनी चाहिए, इससे हमें शुद्ध प्राणवायु भी मिलेगा और हमारा स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा । जहां सूर्य की रौशनी हम पर ज्यादा पड़े वहां हमें ज्यादा टहलना चाहिए । (२) सूर्य नमस्कार और योगा करना चाहिए इससे हमारी रोगप्रतिकारक शक्ति भी बढ़ती है। (३) अगर हम दौड़ सकते हैं तो हमें जरूर दौड़ना चाहिए इससे हमारे शरीर में उष्णता पैदा होती है और हम ठंडी से बच पाते हैं। (४) साइकलिंग एक बहुत अच्छा व्यायाम है जिससे हमारा तन फुर्तीला और स्वस्थ बनता है। (५) अगर हमें घूमने का शौक है तो हमें ट्रैकिंग पर जरूर जाना चाहिए इससे हमें नई नई जगह भी देखने मिलती है और हमारी नए नए लोगों से पहचान भी होती है । (६) बाजार में उपलब्ध सारी सब्जियाॅं और फल की खरीददारी करके उनका इस्तेमाल करना चाहिए और उससे तरह-तरह के व्यंजन बनाने चाहिए जिससे परिवार में सबकी सेहत बनी रहे । (७) सब्जियों का गर्

वृक्ष को बचाना क्यों जरूरी है ???

प्रकृति ने हमें जो भी चीजें उपहार में दी है हमें उन्हें संजोकर रखना चाहिए, पर हम उनका मूल्य नहीं समझते और उन्हें नष्ट करने पर तुले होते हैं । वृक्ष तो प्रकृति का वह अनमोल तोहफा है जिसके हर एक अंग हमारे काम आते हैं। हम यह क्यों भूल जाते हैं कि हमारे जीवन के लिए जो जरूरी है वह प्राणवायु हमें वृक्षों से ही मिलता है फिर क्यों हम उसका जतन नहीं करते ? हमारे जीवन के लिए दूसरी आवश्यक चीज पानी वह भी हमें वृक्षों द्वारा ही मिलती है क्योंकि जितनी ज्यादा वृक्ष होंगे, वर्षा भी उतनी ज्यादा होगी और हमें पीने का पानी भी उतना ज्यादा मिलेगा। फूल, फल, औषधि सभी कुछ हमें पेड़ों के द्वारा ही मिलता है। सूखने के बाद भी हम उसमें से फर्नीचर बना सकते हैं या फिर और लकड़ी को जलाने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अरे तपती धूप में पेड़ की छाॅंव एक किसान को कितना सुकून देती है। पेड़ पक्षियों का निवास स्थान होता है जिसमें वह सुकून से रहते हैं। हमें कोई हक नहीं कि हम अपने निजी स्वार्थ के लिए उनका जीना हराम कर दे। उन्हें भी तो हक है अपनी जिंदगी आजादी से जीने का...! जब तक हम सिर्फ अपने बारे में सोचते रहेंगे और प्रकृति को