"कर ले तू"
कर ले तू कुछ कर ले तू , बढ़ ले तू आगे बढ़ ले तू ! खुद के अंदर झांक ले तू , क्या है तू क्या चाहता है तू ! अपने अंदर जोश को भर ले , अपना हर एक काम मन से कर ले ! कर ले तू कुछ कर ले तू , बढ़ ले तू आगे बढ़ ले तू ! तुजमे है हिम्मत कर सकेगा तू , तुजमे है ताकत लड़ सकेगा तू ! तुजमे है कुछ करने की चाह , बन सकेगा तू ! कर ले तू कुछ कर ले तू , बढ़ ले तू आगे बढ़ ले तू ! तू ही है गाँधी तू ही है कलाम , तुजमे ही छिपा है भारत का नवनिर्माण ! आगे मंजिल है ऊपर है खुला आसमान, जो चाहे कर ले जब चाहे कर ले ! चाहे पंछी बन के उड़ ले, चाहे बादल बनके बरस ले ! आज को जी ले बहुत कुछ कर ले , कल के भरोसे कुछ भी न छोड़ दे ! चलता रहे तू ,बढ़ता रहे तू , कर ले तू कुछ कर ले तू बढ़ ले तू आगे बढ़ ले तू !